इन्हें हटाओ तो हम आयें, तभी रिश्ते बेहतर होंगे ~ मणिशंकर
पाक मीडिया में मणिशंकर अय्यर पत्रकारों के बीच जो बेतुका इंटरव्यू देकर आये हैं, वह बहुत ही शर्मनाक है, एक पूर्व केंद्रीय मंत्री को दुसरे देश में जाकर इस तरह से अनर्गल बातें करना शोभा नहीं देता, और वह देश जिसने हमेशा हमारी पीठ पर छुरा घोंपा | पेरिस अटैक पर भी मणिशंकर ने बेतुका बयान दिया |
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Mani shankar Aiyar |
हमारे देश का दुर्भाग्य है कि मीडिया भी बस बयानों को ही ख़बर बना दिखा देता है, इस तरह के बयान को मीडिया को भी तवज्जो नहीं देना चाहिए था, शायद अपनी पार्टी द्वारा दरकिनार कर दिए गए नेता इस तरह के बयानों से चर्चा में रहना चाहते हैं, यह लोग उम्र के आखिरी पड़ाव में भी सुर्खियो में रहना चाहते हैं |
हमारी राजनीति एक गन्दगी का पर्याय बन चुकी है जिसमें अब देश भावना और राष्ट्रीयता ढूँढने से भी नहीं मिलती, यदि ऐसा होता तो क्यों कोई नेता शत्रु देश में जाकर अपने ही देश के प्रधानमन्त्री के भला बुरा कहता | कांग्रेस भी यदि इस तरह की बातों को समर्थन देती है तो उन्हें स्पष्ट करना चाहिए |
अभिव्यक्ति की आज़ादी के नाम पर कोई कुछ भी कहता है और वह अभिव्यक्ति की आज़ादी बन जाता है, इस तरह के कई उदहारण हैं, आज़म खान, प्रवीण तोगड़िया, ओवैसी
हमारा देश विविधताओं से भरा हुआ है और राजनेता यहाँ बस अपनी राजनीति चमकाने में लगे हुए हैं, यह वह समय नहीं है जब सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गाँधी जैसे नेताओं ने और भगतसिंह, सुखदेव, राजगुरु जैसे क्रांतिकारियों ने अपना जीवन ही देश के लिए समर्पित कर दिया था, मुझे लगता है मीडिया कि इस तरह के बयानों और देश विरोधी बातों को महत्त्व नहीं देना चाहिए |